ईश्वर द्वारा दिया ये मानव जीवन नदी की धारा के समान होता है। नदी की धारा ऊँची–नीची, उखड़–खावड़ भूमि को पार करती हुई continuously आगे बढती रहती है। Similarly मानव जीवन भी सुख–दुःख, हार–जीत के अनेको संघर्षों को पार कर आगे बढ़ता रहता है। क्योंकि जीवन का उद्देश्य ही है, ‘आगे बढना’। यही हमारा सबसे बड़ा धर्म है, इसी में सुख है, आनंद है। आगे बढने में जो हमारी help करता है उसे ही समय कहते है।
समय की महत्ता बहुत ही विचित्र है। जो इसके साथ–साथ होकर चलेगा, समय के महत्व को पहचानेगा और इसका सदुपयोग करेगा वह उन्नति की सीढियों पर चढ़ता चला जायेगा। लेकिन जो इसका तिरस्कार करता है समय उसे बर्बाद कर देता है। इसलिए समय का सदुपयोग ही विकास और सफलता की कुंजी है।
हमारे जीवन में समय का बहुत महत्व होता है। समय का सदुपयोग वह है जब हम समय के मूल्य को जान लेते है। भूतकाल हमारे पास कभी भी वापस लौटकर नहीं आता। Time ना तो किसी का गुलाम होता है ना ही किसी पर निर्भर होता है, उसका काम है बस निरंतर चलते रहना। जो इंसान समय को नहीं समझता सकता, वह अपने जीवन को सफल नहीं बना सकता।
ईश्वर ने प्रत्येक इंसान को एक निश्चित उद्देश्य और समय के साथ इस संसार में भेजा है। इसी वजह से हर बुद्धिमान व्यक्ति तो समय के महत्व को समझता है। लेकिन कुछ मंदबुद्धि समय को बर्बाद करते रहते है और बाद में जब उन्हें होश आता है, तो उन लोगो के हाथ में कुछ नहीं रहता। समय के सदुपयोग से ही मनुष्य निर्धन, अमीर, निर्बल, सबल, मुर्ख और विद्वान् बन सकता है।
जिस राष्ट्र के व्यक्ति समय के महत्व को समझ जाते हैं वही राष्ट्र समृद्ध हो सकता है। समय एक अमूल्य वस्तु के साथ–साथ अमूल्य धन भी होता है। इसलिए इसकी कीमत धन से बहुत अधिक होती है। धन आज है कल नष्ट हो जाएगा परसों वापस आ जाएगा लेकिन एक बार समय गया तो वह चाहकर भी वापस नहीं आएगा।
सही समय पर सही काम किया जाये यही सही नीति है। प्रत्येक मनुष्य के जीवन में कोई–न–कोई लक्ष्य होता है लक्ष्य को प्राप्त कर लेना ही समय का सही सदुपयोग है। ऐसे इंसान का साथ भाग्य भी देता है वे अपने जीवन में उच्च से उच्चतर लक्ष्य की तरफ बढ़ते जाते हैं। मनुष्य आज के काम को कल पर छोड़ देता है वह कभी सफल नहीं होता।
कबीर जी ने अपने दोहे में कहा है कि:
काल करे सो आज कर, आज करे सो अब ।
पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब ॥
अर्थ–कबीर दास जी इस दोहे में कहते हैं कि कभी भी कल पर कोई काम मत छोड़ो, जो कल करना है उसे आज कर लो और जो आज करना है उसे अभी कर लो। किसी को पता नहीं अगर कहीं अगले ही पल में प्रलय आ जाये तो जीवन का अंत हो जायेगा फिर जो करना है वो कब करोगे।
महान वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन अपने बचपन में सब्जी बेचकर पैसे कमाते थे। उनके अध्यापक उन्हें बहुत बुद्धिमान समझते थे। वे जीवन में कठोर–से–कठोर परिस्थितियों का सामना करने के लिए डटे रहते थे। उन्होंने समय के महत्व को समझ लिया था इसलिए समय को व्यर्थ नहीं गंवाते थे। वे लगातार परिश्रम करते रहे जिसकी वजह से आज वे एक महान वैज्ञानिक बन गए। उन्होंने रेडियम की खोज करके पूरे जगत को रोशन किया है। प्रत्येक मनुष्य को समय के सही मूल्य को पहचानना चाहिए समय निकलने पर काम करने वालों को अक्सर पछताना ही पड़ता है।
समय का महत्व:
- एक साल की कीमत उससे पूछो जो एग्जाम में फैल हुआ है।
- एक महीने की कीमत उससे पूछो जिसे पिछले महीने सैलेरी नहीं मिली हो।
- एक हफ्ते की कीमत उससे पूछो जो पुरे हफ्ते हॉस्पिटल में रहा हो।
- एक दीन की कीमत उससे पूछो जो सारा दिन भूखा रहा हो।
- एक घंटे की कीमत उससे पूछो जिसने किसी का इन्तजार किया हो।
- एक मिनट की कीमत उससे पूछो जिसकी ट्रैन एक मिनट से मिस हुई हो।
- एक सेकंड की कीमत उससे पूछो जो एक्सीडेंट से बाल बाल बचा हो।
इसलिए हर पल का सुक्रिया किया करो।
अगर हम समय के महत्व को समझकर समय का सदुपयोग करते हैं तो सफलता हमसे कभी भी दूर नहीं होती है। हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपने बचे हुए समय का सदुपयोग करें और अपने राष्ट्र के भविष्य को उन्नति की ओर ले जाएँ। हमे हमेशा अपने काम को निश्चित रूप से समय पर ही पूरा करना चाहिए।
हम सभी भारत देश के निर्माता हैं। हमें हमेशा अपने देश की उन्नति के लिए अपने जीवन के प्रत्येक क्षण का सदुपयोग करना चाहिए। अगर हम काम को निश्चित समय पर पूरा करते हैं तो इससे समय भी बच जाता है जिसका प्रयोग हम समाज के कल्याण के लिए भी कर सकते हैं। हमें यह याद रखना चाहिए कि कभी भी समय व्यर्थ न हो सके। समय का पूरा उपयोग करना चाहिए और समय के महत्व को समझाना चाहिए।